नमाज़ की हालत में....

नमाज की हालत मे ऑखे
बन्द करना मकरू है नमाज
मे जब कयाम पर खडे हो
तो नजरे सजदे की जगह
रख्खो कि हमे इसी जमिन
मे जाना है

जब रूकू करो तो
पाव देखो कि हमारी जान
पाव से निकलना शुरू होगी

जब सजदा करो तो नाक की
समेत मे देखो कि मरने के
बाद सबसे पहेले नाक खत्म
होगी

और

जब बैठ जाओ तो
नजरे झोली मे होनी चाहिये
कि मेरी झोली अब भी खाली
है।

( please सबको बताये क्या पता आपकी वजह से किसी की नमाज ठीक हो जाये)

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