फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 05)

_*फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 05)*_
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_*📚 हदीसे रसूल ﷺ :*_

*قال رسول الله صلى الله عليه وسلم الله الله فى اصحابى لا تتخذوهم غرضا من بعدى، فمن احبهم فحبى أحبهم ومن أبغضهم فببغضى أبغضهم ومن اذا هم فقد*
*آذانى ومن آذانى فقد اذى الله ومن اذالله فيوشك أن ياخذه*

_*📝तर्जुमा : प्यारे मुस्तफा जाने रहमत ﷺ इरशाद फरमाते हैं कि मेरे सहाबा के बारे मे अल्लाह से डरो और मेरे बाद उन्हें निशाना न बनाओ, जिसने उनसे मुहब्बत की उसने मुझसे मुहब्बत की और जिसने उनसे बुग्ज़ रखा उसने मुझसे बुग्ज़ रखा और जिसने उन्हें तकलीफ दी उसने मुझे तकलीफ दी और जिसने मुझे तकलीफ दी उसने अल्लाह को तकलीफ दी और जो अल्लाह को तकलीफ देगा करीब है कि अल्लाह पाक उसे अपनी गिरफ्त (अज़ाब) मे ले ले।*_

_*📕 मिश्कात-उल-मसाबिह, सफ़ह 554*_

_(अल्लाहु अकबर)_

_*अल्लाह रब्बुल इज्ज़त हम सबको सहाबा ए किराम से मुहब्बत करने की तौफीक अता फरमाये और मज़हबे अहले सुन्नत (मसलके आला हज़रत) पर मर मिटने की तौफीक अता फरमाये।*_
_*🌹आमीन या रब्बुल आलमीन*_

_👑बरेली शरीफ से हर वक्त ये सदा आती है :-_

*_अहले सुन्नत का है बेड़ा पार अस्हाबे हुज़ूर_*
*_नज़्म है और नाव है इतरत रसूलुल्लाह की ﷺ_*

_*📮जारी रहेगा इंशा अल्लाह.....*_
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