फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 06)

_*फैज़ाने सैय्यदना अमीरे मुआविया (पार्ट- 06)*_
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_*📚हदीसे रसूलﷺ :-*_

_*हज़रत उमर फ़ारूके आज़म رضی اللہ عنہ रिवायत करते हैं कि अल्लाह के रसूल ﷺ ने फरमाया :-*_

*سألت ربى عن اختلاف أصحابى من بعدى فاوحى إلى يا محمد إن اصحابك عندى بمنزلة النجوم فى* *السماء بعضها أقوى من بعض ولكل نور فمن أخذ بشى مما*
*هم عليه من اختلافهم فهو عندى على هدى*

_*📝तर्जुमा:- मैं ने अपने रब से अपने बाद सहाबा के इख्तेलाफ़ के बारे मे पूछा तो मुझे वही(अल्लाह की तरफ से कलाम) हुई कि ऐ मुहम्मद ﷺ तुम्हारे सारे अस्हाब मेरे नज़दीक आसमान के तारों की तरह हैं, रोशनी में अगरचे कम ज़ियादा हों मगर नूर और हिदायत हर एक में है, पस जिनके सहाबा के दरमियान के इख्तेलाफ़ मे जिसके मसले को इख्तियार की वो मेरे नज़दीक हिदायत पर है।*_

_*📕 مشكوة المصابيح،،، الصفحة- {554}*_

_*यानी सहाबा के इख्तेलाफ़ का ताल्लुक़ हक से है, इसलिए उनमें से किसी की भी इक्तेदा हिदायत ही है और इस हदीस से साबित हुआ अल्लाह के नज़दीक तमाम के तमाम सहाबा मक़बूल और मेहबूब हैं।*_

_*📮जारी रहेगा इंशा अल्लाह.....*_
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